मुंबई, 19 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) समुद्र की गहराइयों में छुपा एक अनोखा जीव – मैनटिस श्रिम्प – अपनी अद्भुत ताकत, कौशल और तेज़ी से हर किसी को चौंका देता है। देखने में छोटा, पर इसकी मारक ताक़त किसी बुलेट से कम नहीं। मैनटिस श्रिम्प, क्रस्टेशियन की प्राचीन प्रजाति 'स्टोमैटोपोड' से है, जो आज से 40 करोड़ साल पहले अन्य समुद्री जीवों से अलग हो गए थे। अब मैनटिस श्रिम्प की 500 से ज़्यादा प्रजातियाँ दुनियाभर के उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय समुद्री रीफों में मिलती हैं।
बुलेट की रफ्तार से तेज़
मैनटिस श्रिम्प की 'स्मैशर' प्रजाति अपने क्लब जैसे पंजों से .22 कैलिबर बुलेट जितनी रफ्तार (करीब 23m/s या 50mph) से वार करती है। इनके पंजों में 'सैडल' जैसी संरचना होती है, जो इलास्टिक एनर्जी इकट्ठी कर के एक ज़बरदस्त झटका देती है। इस झटके की ताकत इतनी ज्यादा होती है कि ये 10,000g तक की स्पीड पैदा कर सकती है, जिससे इनके पंच का असर सुपर-स्लो मोशन फुटेज में ही सही तरीके से देखा जा सकता है।
जब मैनटिस श्रिम्प हमला करता है, तो उसकी गति से पानी में सूक्ष्म 'कैविटेशन बबल्स' बनते हैं, जिनके फटने से शॉकवेव और रोशनी की चमक उठती है। यही वजह है कि ये जीव न सिर्फ अपने शिकार के खोल तोड़ सकता है, बल्कि कभी-कभी एक्वेरियम के शीशे को भी चकनाचूर कर देता है।
आर्मर जैसी बाहरी परत और सुपरआंखें
मैनटिस श्रिम्प के क्लब की बाहरी परत में क्रिस्टलाइन हाइड्रॉक्सीएपेटाइट भारी मात्रा में होता है, जो इसे बेहद मजबूत बनाता है। इसके नीचे बहुस्तरीय मिनरल्स और पॉलिमर्स का ढाँचा है, जिससे बार-बार वार करने पर भी इसका क्लब नहीं टूटता।
इनकी सबसे बड़ी खूबी है इनकी आँखें। मैनटिस श्रिम्प की आँखें स्वतंत्र रूप से घूम सकती हैं, और प्रत्येक आंख से त्रिनैत्रीय दृष्टि मिलती है। इसमें 12 से 16 तरह के फोटोरिसेप्टर्स होते हैं, जिससे यह अल्ट्रावायलेट, इन्फ्रारेड और पॉलराइज़्ड (यहाँ तक कि सर्कुलरली पॉलराइज़्ड) लाइट भी देख सकता है – जो इंसानी आँखें नहीं देख पातीं। इतनी उन्नत दृष्टि इसके लिए शिकार, नेविगेशन व संचार में मददगार साबित होती है।
विज्ञान और नकल
वैज्ञानिकों ने मैनटिस श्रिम्प के पंच को समझने के लिए 'निंजाबॉट' नामक रोबोट बनाकर अध्ययन किया है। शोध से पता चला कि ये जीव अपने शिकार (जैसे घोंघे) की बनावट के हिसाब से स्ट्राइक की दिशा व रणनीति तय करता है – यानी ये महज़ ब्रूट फोर्स नहीं, बल्कि होशियारी भी दिखाता है।
इंजनियरों ने मैनटिस श्रिम्प के पंच मैकेनिज़्म को अपनाकर नई बायो-इंस्पायर्ड सामग्री विकसित की है, जो फ्यूचर आर्मर, रोबोटिक्स और हाईटेक मटीरियल्स में उपयोगी सिद्ध हो सकती हैं।