आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आखिरकार अपने अभियान में जान डाल दी है। लगातार तीन हार के निराशाजनक क्रम को तोड़ते हुए, टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को एक रोमांचक, बारिश से बाधित मुकाबले में करारी शिकस्त दी और टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की। इस जीत ने न केवल भारत को नॉकआउट चरण का टिकट दिलाया है, बल्कि एक अजीबोगरीब सांख्यिकीय संयोग को भी जन्म दिया है, जिसे क्रिकेट पंडित इस बार भारत के फाइनल में पहुंचने के 'शुभ संकेत' के रूप में देख रहे हैं।
बारिश के कारण इस महत्वपूर्ण मुकाबला 49 ओवर प्रति पारी का कर दिया गया था। भारतीय टीम ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए निर्धारित ओवरों में केवल तीन विकेट खोकर 340 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। पारी समाप्त होते ही बारिश ने फिर दस्तक दी, जिससे न्यूजीलैंड के लिए लक्ष्य को संशोधित कर दिया गया। डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) विधि के तहत, न्यूजीलैंड को 44 ओवरों में 325 रनों का मुश्किल लक्ष्य दिया गया। भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के सामने न्यूजीलैंड की टीम आठ विकेट खोकर केवल 271 रन ही बना सकी, और भारत ने निर्णायक जीत हासिल की।
अजब संयोग जो फाइनल की कहानी कहता है
यह जीत सिर्फ एक मैच की जीत नहीं है, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण संयोग को दोहराती है। यह तीसरी बार है जब भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप के मंच पर न्यूजीलैंड को मात दी है।
पिछला इतिहास: इससे पहले भारत ने साल 2005 और साल 2017 के वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड को हराया था।
संयोग: इन दोनों ही मौकों पर, न्यूजीलैंड को हराने के बाद, भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के फाइनल तक का सफर तय किया था। हालांकि, दुर्भाग्य से दोनों ही बार भारत को उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा था।
इस बार भी न्यूजीलैंड पर मिली जीत ने पुराने इतिहास को दोहराया है, जिससे फैंस और एक्सपर्ट्स दोनों में यह उम्मीद जगी है कि यह संयोग एक बार फिर टीम इंडिया को फाइनल तक ले जाएगा।
एक और दिलचस्प पहलू यह है कि भारत ने न्यूजीलैंड पर अपनी ये तीनों वर्ल्ड कप जीतें हमेशा रनों के अंतर से दर्ज की हैं। यह संयोग टीम की बल्लेबाजी क्षमता और बड़े लक्ष्य निर्धारित करने की उसकी ताकत को रेखांकित करता है।
स्मृति मंधाना का रिकॉर्ड ब्रेक प्रदर्शन
भारत की इस शानदार जीत की नायिका सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना रहीं, जिन्होंने 109 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली। उनकी इस पारी ने भारतीय पारी को मजबूती दी और बड़े स्कोर की नींव रखी। उन्हें उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इस पुरस्कार ने मंधाना को एक बड़ा व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाने में मदद की। मंधाना ने इंग्लैंड की दिग्गज कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स को पीछे छोड़ दिया है, जो अब तक 17 बार यह खिताब जीत चुकी थीं। मंधाना का यह उनके करियर का 18वां प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड था।
प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने के मामले में अब मंधाना से आगे केवल दो दिग्गज महिला क्रिकेटर हैं:
स्टेफ़नी टेलर: वेस्टइंडीज की कप्तान, जिनके नाम 28 अवॉर्ड्स हैं।
मिताली राज: भारत की पूर्व महान कप्तान, जिन्होंने 20 बार यह खिताब जीता है।
मंधाना की यह उपलब्धि उन्हें महिला क्रिकेट के इतिहास के सबसे सफल मैच विजेताओं की सूची में शामिल करती है और उनकी निरंतरता और मैच जिताऊ क्षमता को दर्शाती है।
टीम इंडिया का आगे का सफर
सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ, भारतीय टीम ने नॉकआउट चरण की चुनौती के लिए कमर कस ली है। इस जीत से न सिर्फ अंक तालिका में टीम की स्थिति मजबूत हुई है, बल्कि ड्रेसिंग रूम का मनोबल भी ऊँचा हुआ है। टीम अब अपनी पिछली गलतियों को सुधार कर और इस नई गति का उपयोग करके फाइनल तक पहुंचने के लिए पूरा जोर लगाएगी। पुराने संयोग, मंधाना जैसे खिलाड़ियों का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन, और निर्णायक मैचों में दबाव को झेलने की क्षमता ये सभी कारक इस ओर इशारा करते हैं कि भारतीय महिला टीम इस बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतने के लिए एक मजबूत दावेदार बन चुकी है। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि 2005 और 2017 का अधूरा सपना इस बार 2025 में पूरा होगा।