मुंबई, 19 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन) गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबोट Gemini के लिए गूगल ने नई डाटा पॉलिसी का ऐलान किया है। 2 सितंबर से लागू होने वाली इस पॉलिसी के तहत गूगल आपकी Gemini ऐप में की गई चैट्स और फाइल अपलोड्स को AI मॉडल के प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल करेगा। इस कदम से Gemini की कार्यक्षमता और सटीकता में सुधार हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह भी है कि आपके व्यक्तिगत संवाद और अपलोड विश्लेषण के लिए संग्रहित किए जाएंगे, जिससे डाटा प्राइवेसी को लेकर चिंता बढ़ सकती है।
AI सिस्टम्स को बेहतर और अधिक प्राकृतिक जवाब देने के लिए यूजर्स के इंटरैक्शन का विश्लेषण किया जाता है। पब्लिक डाटा काफी नहीं होता, इसलिए कंपनियां यूजर की क्वेरीज और प्रोम्प्ट्स को अपनी मॉडल ट्रेनिंग में इस्तेमाल करती हैं। जिससे AI यह समझ पाता है कि लोग असल में कैसे सवाल पूछते हैं और किन जवाबों की उम्मीद करते हैं।
प्राइवेसी के लिए गूगल ने 'Gemini Apps Activity' नाम से एक फीचर दिया है जो आपकी गतिविधियां रिकॉर्ड करता है। 2 सितंबर के बाद इसे 'Keep activity' कहा जाएगा। अगर आप नहीं चाहते कि आपकी Gemini की बातचीत और अपलोड्स AI प्रशिक्षण के लिए सेव हों, तो इसे बंद करना काफी आसान है।
Gemini डेटा शेयरिंग को ऐसे बंद करें
डेस्कटॉप पर:
Gemini.Google.com पर जाकर अपने अकाउंट में लॉगिन करें। वहां लेफ्ट साइड मेन्यू में Settings and help चुनें और Activity सेक्शन में जाकर Gemini activity को ऑफ करें। यहीं से आप अपनी पुरानी रिकॉर्ड भी डिलीट कर सकते हैं। बंद करने के बाद गूगल आपके पिछले 72 घंटे की गतिविधियां ही सेव रखेगा, उसके बाद वे भी डिलीट हो जाएंगी।
मोबाइल पर:
Gemini ऐप खोलें, प्रोफाइल आइकन पर टैप करें, फिर Gemini apps activity चुनें और वहां से इसे ऑफ करें व पुराने डाटा को क्लियर करें।
अगर आपके पास कई Google अकाउंट हैं तो इन स्टेप्स को हर अकाउंट पर दोहराना होगा।
यह बदलाव इस बात का उदाहरण है कि कैसे AI को बेहतर बनाने के लिए कंपनियां डेटा इकट्ठा करती हैं, लेकिन साथ ही यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल रखना भी जरूरी होता है। गूगल ने यूजर्स को अपनी डेटा शेयरिंग रोकने का विकल्प देकर भरोसा कायम रखने की कोशिश की है।