दिल्ली में लाल किले के सामने हुए भीषण कार धमाके को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी और स्पष्ट चेतावनी दी है। गुजरात के मोती भाई चौधरी सागर सैनिक स्कूल के एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए, गृह मंत्री ने कहा कि "इस विस्फोट के दोषियों को दी जाने वाली सजा बहुत कड़ी होगी और पूरी दुनिया देखेगी।" उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि "भविष्य में कोई भी व्यक्ति हमारे देश में इस तरह के हमले की हिम्मत न कर सके।" इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी आतंकवादी घटनाओं के खिलाफ सरकार 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाएगी।
लाल किला ब्लास्ट की भयावहता
आतंकी घटना 10 नवंबर, सोमवार की शाम 6 बजकर 52 मिनट पर हुई, जब दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धीमी रफ्तार हुंडई i20 कार में ब्लास्ट हुआ। विस्फोट इतना जोरदार था कि इसके बाद भड़की आग ने कई अन्य गाड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सड़क पर लोगों के शरीर के अंग बिखरे पड़े हुए थे, और कई लोग जल चुके थे। लाल किला और चांदनी चौक के आस-पास अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। इस ब्लास्ट ने पूरी दिल्ली को दहला दिया।
घटना के तुरंत बाद, तमाम जांच एजेंसियां मामले की जांच में जुट गईं और तब से लगातार नए और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं।
जांच के केंद्र में अल-फलाह विश्वविद्यालय
इस घटना की जांच में फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय केंद्र में आ गया है, क्योंकि इस साजिश के कई आरोपी इस संस्थान से जुड़े हुए पाए गए हैं।
-
आतंकवादी घटना की पुष्टि: इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति (CCS) की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में मोदी सरकार ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार विस्फोट को साफ तौर पर एक आतंकवादी घटना करार दिया। समिति ने हादसे की कड़ी निंदा की और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।
-
गाड़ियों की भूमिका: जांच में अब तक 4 गाड़ियों के आतंकी साजिश में शामिल होने की बात सामने आ चुकी है, जिनमें शुरुआती ब्लास्ट में शामिल i20 कार के अलावा अन्य संदिग्ध वाहन (जैसे Brezza) भी शामिल हैं।
गृह मंत्री की चेतावनी और CCS की बैठक से साफ है कि सरकार इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने का संकल्प ले चुकी है ताकि देश की आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।