भारतीय गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। बी. सुदर्शन रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं और आज उन्होंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता उनके साथ मौजूद थे। इससे पहले, एनडीए के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने अपना नामांकन दाखिल किया था।
बी. सुदर्शन रेड्डी ने राज्यसभा सचिवालय जाकर नामांकन दाखिल किया। इस दौरान विपक्ष के कई बड़े नेताओं का उनका समर्थन देखने को मिला। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शरद पवार, सपा सांसद राम गोपाल यादव, डीएमके सांसद तिरुचि शिवा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और धर्मेंद्र यादव जैसे दिग्गज नेता उनके साथ रहे। यह गठबंधन की एकजुटता और सुदर्शन रेड्डी के प्रति व्यापक समर्थन का परिचायक है।
दूसरी ओर, एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने भी नामांकन दाखिल कर चुनावी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। उनके नामांकन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे शीर्ष नेता उनके साथ मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी राधाकृष्णन के पहले प्रस्तावक भी रहे।
भारत निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए तारीख 9 सितंबर निर्धारित की है। यह चुनाव जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद आयोजित किया जा रहा है। दोनों उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी है, अब सभी की निगाहें 9 सितंबर के परिणामों पर टिकी हैं।
यह चुनाव न केवल उपराष्ट्रपति पद के लिए बल्कि राजनीतिक दलों के बीच सामंजस्य और गठबंधन की ताकत को परखने का मौका भी होगा। उपराष्ट्रपति का पद संवैधानिक महत्व रखता है और इसके लिए चुने गए व्यक्ति की भूमिका संसद के संचालन और लोकतंत्र की मजबूती में अहम होती है। बी. सुदर्शन रेड्डी और सी.पी. राधाकृष्णन के बीच यह मुकाबला भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।