बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है, और घटक दलों ने अपने कोटे से मंत्रियों के नामों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। शुरुआती सूचनाओं के अनुसार, नई कैबिनेट में पुराने और अनुभवी चेहरों पर NDA का भरोसा अधिक दिख रहा है, हालांकि कुछ नए नामों पर भी राजनीतिक गलियारों में अटकलें जारी हैं।
सहयोगी दलों के संभावित मंत्री
NDA के सहयोगी दलों ने अपने प्रतिनिधियों के नाम लगभग तय कर लिए हैं:
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लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) - लोजपा (रा): चर्चा है कि पार्टी कोटे से राजू तिवारी और संजय पासवान को मंत्री पद दिया जा सकता है।
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राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो): उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो से उनकी पत्नी स्नेहलता कुशवाहा को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
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हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम): जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' की सूची में कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है। जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन का फिर से मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
जदयू कोटे से अनुभवी चेहरे बरकरार
जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) कोटे से अधिकांश पुराने और अनुभवी नेताओं को ही मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है। वर्तमान में नीतीश मंत्रिमंडल के सदस्य रहे ये नेता एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं:
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विजय चौधरी
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बिजेंद्र प्रसाद यादव
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श्रवण कुमार
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अशोक चौधरी
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देशी सिंह
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मदन सहनी
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जयंत राज
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सुनील कुमार
वहीं, जदयू कोटे से दो नए नाम मंजीत सिंह और रामसेवक सिंह भी मंत्री पद के संभावित दावेदारों की सूची में शामिल हैं। यह भी अटकलें हैं कि यदि सुनील कुमार को मंत्री नहीं बनाया गया, तो संतोष निराला या श्याम रजक को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
भाजपा कोटे से संभावित नाम
भारतीय जनता पार्टी (BJP) कोटे से कुछ प्रमुख नाम पहले से ही पक्के माने जा रहे हैं, जिनमें शीर्ष नेतृत्व और अनुभवी नेता शामिल हैं:
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सम्राट चौधरी (उप मुख्यमंत्री)
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विजय कुमार सिन्हा (उप मुख्यमंत्री)
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नितिन नवीन (पथ निर्माण मंत्री)
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मंगल पांडेय (स्वास्थ्य मंत्री)
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हरि सहनी
यह भी चर्चा है कि यदि विजय सिन्हा को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाता है, तो उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। नए लोगों की सूची में रामकृपाल यादव और दीघा विधायक संजीव चौरसिया के नाम की खूब चर्चा है, जिन्हें मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है। नई सरकार के गठन का फॉर्मूला (6 विधायकों पर एक मंत्री) लगभग तय हो चुका है, और सहयोगी दलों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है। जल्द ही, राज्यपाल के समक्ष नई कैबिनेट के सदस्यों की सूची प्रस्तुत की जाएगी।