राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इससे सटे नोएडा क्षेत्र में छठ महापर्व के दौरान मौसम एक बड़ा मोड़ लेने वाला है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक राजधानी और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। इस आसन्न वर्षा से जहां एक ओर लोगों को मौसम में ठंडक का सुखद अहसास होगा, वहीं दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को लंबे समय से चली आ रही जहरीली हवा और गंभीर वायु प्रदूषण से भी बहुप्रतीक्षित राहत मिलने की उम्मीद है। फिलहाल, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 250 से 300 के बीच बना हुआ है, जिसे 'बेहद खराब' (Very Poor) श्रेणी में वर्गीकृत किया जाता है। इस दमघोंटू स्मॉग से जूझ रहे शहर के लिए बारिश किसी वरदान से कम नहीं होगी।
स्मॉग का दमघोंटू जाल: ग्रैप-2 लागू
राजधानी दिल्ली में शीत ऋतु के आगमन के साथ ही स्मॉग ने भी दस्तक दे दी है। पिछले कई दिनों से AQI उच्च स्तर पर बना हुआ है, और सुबह-शाम धुंध (स्मॉग) की घनी चादर बिछी रहती है। इन गंभीर हालातों से निपटने के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है। वायु प्रदूषण की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार जैसे कुछ इलाकों में AQI का स्तर 400 से भी अधिक दर्ज किया गया है। प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने कृत्रिम वर्षा कराने का फैसला भी लिया है, जो 29 अक्टूबर को संभावित है। इसी बीच, जनपथ रोड जैसे प्रमुख स्थानों पर वायु प्रदूषण से निपटने के लिए ट्रक-माउंटेड वाटर स्प्रिंकलर (पानी का छिड़काव करने वाले वाहन) भी तैनात किए गए हैं।
पश्चिमी विक्षोभ लाएगा राहत की फुहार
मौसम विभाग के अनुसार, 27 अक्टूबर 2025 को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इस मौसमी बदलाव का सीधा असर 27 और 28 अक्टूबर को दिल्ली समेत मैदानी शहरों में देखने को मिलेगा। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बारिश के बाद आसमान में बादल छाए रहेंगे, जिससे वातावरण में धुंध (Fog/Mist) का प्रभाव बढ़ेगा और ठंडक का अहसास तीव्र होगा। दिल्ली के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। बीते दिन दिल्ली का अधिकतम तापमान $32.3^\circ$ सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान $16.9^\circ$ सेल्सियस रहा। बारिश के कारण न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है।
प्रदूषण से स्वास्थ्य जोखिम और बचाव के उपाय
AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने दिल्लीवासियों को बढ़ते वायु प्रदूषण से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति आगाह किया है। उन्होंने बताया है कि प्रदूषण दिल या फेफड़ों की बीमारियों से ग्रस्त लोगों, बुजुर्गों और छोटे बच्चों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सीने में हल्का दर्द, सांस लेने में तकलीफ, खांसी और अस्थमा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, नाक बंद होना, गले में सूजन, सीने में जकड़न और गले में दर्द जैसी शिकायतें आम हो सकती हैं। विशेषज्ञों ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे बाहर निकलने से बचें, खासकर सुबह और शाम के समय, और घर के भीतर रहें।