भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे विश्व कप मैच के दौरान धीमी ओवर गति बनाए रखने के लिए मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को इसकी घोषणा की। यह जुर्माना रविवार को विशाखापत्तनम में खेले गए मुकाबले के बाद लगाया गया। इस रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए भारत को तीन विकेट से मात दी थी। इस हार के बाद भारतीय टीम को अब रविवार को इंदौर में इंग्लैंड के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में उतरना है।
आईसीसी ने एक बयान में पुष्टि की कि एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी की मिशेल पेरेरा ने भारतीय टीम पर यह जुर्माना लगाया है। जांच में पाया गया कि निर्धारित समय में भारतीय टीम ने गेंदबाजी के दौरान एक ओवर कम फेंका था। आईसीसी के नियमों के अनुसार, धीमी ओवर गति के कारण टीम के प्रत्येक खिलाड़ी पर उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट फॉर प्लेयर्स एंड प्लेयर्स सपोर्ट पर्सनल के अनुच्छेद 2.22 के तहत यह दंड लगाया गया है, जो न्यूनतम ओवर गति के अपराधों से संबंधित है।
आईसीसी ने स्पष्ट किया कि भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस अपराध को स्वीकार कर लिया है और लगाए गए जुर्माने को भी मान लिया है। इस स्वीकृति के कारण किसी औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।
भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला और भी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद उनका अभियान दबाव में आ गया है। इस जुर्माने से न केवल टीम की वित्तीय स्थिति पर असर पड़ा है, बल्कि यह भी संकेत मिलता है कि अब टीम को आने वाले महत्वपूर्ण मैचों में अपनी ओवर गति पर भी विशेष ध्यान देना होगा। आईसीसी समय की बर्बादी और मैच की गति को बनाए रखने के लिए ओवर गति नियमों को सख्ती से लागू कर रही है।
अब सबकी निगाहें रविवार को इंदौर में होने वाले भारत और इंग्लैंड के मुकाबले पर टिकी हैं। यह मैच भारतीय टीम के लिए टूर्नामेंट में बने रहने के लिहाज से बेहद निर्णायक है। भारतीय टीम को अब इस मुकाबले में जीत दर्ज करने के साथ-साथ ओवर गति के नियमों का पालन करने की चुनौती का भी सामना करना होगा।