वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण विधायी कदम उठाते हुए बुधवार को 'एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट' पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इस कानून के तहत, न्याय विभाग (Department of Justice) को अब दोषी यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से संबंधित सभी फाइलें, संचार और 2019 में उनकी जेल में हुई रहस्यमय मौत की जांच से जुड़ी जानकारी 30 दिनों के भीतर सार्वजनिक रूप से जारी करनी होगी। यह विधेयक अमेरिकी राजनीति में महीनों के विरोध और अटकलों के बाद पारित हुआ है। रिपब्लिकन पार्टी ने सप्ताह के अंत में अपने महीनों से चले आ रहे विरोध को पलट दिया और मंगलवार को इसे सदन में 427 के मुकाबले केवल 1 मत से भारी बहुमत से पारित करवा लिया। इस द्विदलीय एकता ने व्हाइट हाउस को चौंका दिया। राष्ट्रपति ट्रंप ने राजनीतिक दबाव के आगे झुकते हुए इस विधेयक को मंजूरी दे दी है।
ट्रंप ने बताया 'डेमोक्रेट्स की होक्स'
विधेयक पर हस्ताक्षर करने के बावजूद, राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इसे डेमोक्रेट्स की एक 'होक्स' (झूठी कहानी) बताया। ट्रंप ने दावा किया कि विपक्षी दल इस मुद्दे का इस्तेमाल उनकी चुनावी जीत से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा, "डेमोक्रेट्स ने 'एपस्टीन' मुद्दे का इस्तेमाल किया है, जो रिपब्लिकन पार्टी की तुलना में उन्हें कहीं अधिक प्रभावित करता है, ताकि हमारी अद्भुत जीत से ध्यान भटकाया जा सके।" हालांकि, सदन में रिपब्लिकन पार्टी ने ही अपने विरोध को पलटते हुए इस विधेयक का समर्थन किया।
क्या खुलेंगे ट्रंप के दोस्त से जुड़े रहस्य?
'एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट' के लागू होने से अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या कुख्यात फाइनेंसर एपस्टीन से जुड़े उच्च-प्रोफाइल लोगों के रहस्यों का पर्दाफाश होगा। जेफरी एपस्टीन, जो यौन अपराधों का दोषी था और दुनिया के अमीर तथा शक्तिशाली लोगों के करीबी संबंधों के लिए बदनाम था, 2019 में जेल में मृत पाया गया था। उसकी मौत को लेकर हमेशा से संदेह बना रहा है। विधेयक पीड़ितों की गोपनीयता को सुरक्षित रखता है, लेकिन इसमें एक महत्वपूर्ण प्रावधान है: न्याय विभाग अब "शर्मिंदगी, प्रतिष्ठा को नुकसान, या राजनीतिक संवेदनशीलता" जैसे कारणों का हवाला देकर जानकारी को नहीं रोक सकता है।
यह बात लंबे समय से ज्ञात है कि ट्रंप और एपस्टीन दोस्त थे। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने लगातार यह दावा किया है कि उन्हें एपस्टीन के घिनौने जुर्मों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और उन्होंने बहुत पहले ही उससे अपने रिश्ते तोड़ लिए थे। इस नए कानून के तहत सार्वजनिक होने वाली फाइलें इन दावों की सच्चाई और एपस्टीन के व्यापक नेटवर्क पर नई रोशनी डाल सकती हैं। न्याय विभाग के पास अब 30 दिनों का समय है कि वह इन संवेदनशील फाइलों को जारी करे, जिससे जल्द ही कई चौंकाने वाले खुलासे होने की उम्मीद है।