भारतीय सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे एक दिन पहले दर्ज की गई तेजी पलट गई। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव कम होने की सकारात्मक खबरों के बीच निवेशकों की धारणा में आया सुधार माना जा रहा है। अक्टूबर माह के अंत के साथ, अब सभी की निगाहें आज, शुक्रवार (31 अक्टूबर) को सोने और चांदी की कीमतों की चाल पर टिकी हैं।
 भारत में सोने की कीमतों का हाल
भारत में सोने की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चल रहे रुझानों से प्रभावित होती हैं। सितंबर और अक्टूबर के पहले पखवाड़े में तेज उछाल देखने के बाद, कीमतों में अब मामूली गिरावट और स्थिरता का दौर देखा जा रहा है:
	
		
			| विवरण | गुरुवार (30 अक्टूबर) कीमत | प्रति ग्राम गिरावट | 
	
	
		
			| 24 कैरेट सोना | ₹12,148 प्रति ग्राम | स्थिर | 
		
			| 22 कैरेट सोना | ₹11,135 प्रति ग्राम | ₹85 प्रति ग्राम | 
		
			| 18 कैरेट सोना | ₹9,111 प्रति ग्राम | ₹69 प्रति ग्राम | 
	
साल 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक, भारत में सोने की कीमतों में 50% से अधिक की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो इसे निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित और आकर्षक निवेश विकल्पों में से एक बनाती है।
चांदी में सुधार, औद्योगिक मांग का असर
सोने के विपरीत, भारत में चांदी की कीमतों में गुरुवार को कुछ सुधार देखा गया। चांदी की कीमत ₹151 प्रति ग्राम और ₹1,51,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। चांदी की कीमतों में यह उछाल पिछले चार से छह महीनों में देखा गया है, जिसका मुख्य कारण इस कीमती धातु की मजबूत औद्योगिक मांग और आपूर्ति पक्ष की कमी है। चांदी का उपयोग सौर पैनलों और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उद्योगों में तेजी से बढ़ रहा है, जो इसकी कीमतों को ऊपर धकेल रहा है।
वायदा और अंतरराष्ट्रीय बाजार
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी कीमतों में मिश्रित रुझान दिखा:
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	दिसंबर एक्सपायरी वाला सोना वायदा मामूली उछाल के साथ ₹1,20,633 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। 
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	दिसंबर एक्सपायरी वाला चांदी वायदा भी बढ़कर ₹1,46,081 प्रति किलोग्राम हो गया। 
ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स के अनुसार, गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने का भाव बढ़कर 3,990 डॉलर प्रति औंस हो गया, जो डॉलर की स्थिरता और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच सोने के सुरक्षित निवेश के रूप में उभरने का संकेत देता है।
आज का संभावित रुझान और सलाह
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि शुक्रवार, 31 अक्टूबर को सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है। हालांकि, घरेलू कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में आई हालिया तेजी को दर्शा सकती हैं। लंबी अवधि में, विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें ऊपर की ओर बढ़ती रहेंगी क्योंकि यह अनिश्चित वैश्विक माहौल में निवेशकों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल (Safe Haven) बना हुआ है। हालांकि, निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे कीमतों के समेकन के मौजूदा दौर में निवेश करते समय सावधानी और सतर्कता बरतें।