भारत और पाकिस्तान के बीच 22 अप्रैल 2025 से तनाव बढ़ा हुआ है, जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक की थी। इसके बाद, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के रूप में पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में भारतीय आर्मी और एयरफोर्स के बेस कैंपों को निशाना बनाने की कोशिश की। पाकिस्तान ने इस दौरान ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारत पर हमला करने का प्रयास किया। हालांकि, भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के सभी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, और यह दिखा दिया कि भारतीय सेना पर स्थानीय नागरिकों का कितना विश्वास है। इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में रहने वाले स्थानीय नागरिकों के रिएक्शन सामने आए हैं, जो पाकिस्तान के इन हमलों से बिल्कुल भी नहीं डरे हैं और अपने सैनिकों पर पूरा भरोसा जताते हुए यह कहते हैं कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई से उन्हें किसी भी प्रकार की चिंता नहीं है।
सेना पर पूरा भरोसा: नागरिकों का आत्मविश्वास
जम्मू-कश्मीर के एक स्थानीय नागरिक ने कहा, "कल रात पूरा शहर ब्लैकआउट हो गया था। उसके बाद ड्रोन उड़ने लगे और गोलीबारी की आवाजें सुनाई दीं, लेकिन हमें पूरी तरह से भरोसा है कि हमारी सेना पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। हमारे प्रधानमंत्री और हमारी सेना पर पूरा विश्वास है।" इस नागरिक ने आगे कहा, "हमारी सेना ने सभी ड्रोन को नष्ट कर दिया और अब हमें किसी भी प्रकार का डर नहीं है। सीमा पर तनाव जरूर है, लेकिन बाकी जगहें पूरी तरह से सुरक्षित हैं।"
यह प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि जम्मू-कश्मीर के लोग अपनी सेना पर गर्व करते हैं और पाकिस्तान के किसी भी प्रकार के हमले से डरने का नाम नहीं लेते हैं। भारतीय नागरिकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें विश्वास है कि उनकी सेना हर स्थिति में उनकी रक्षा करेगी।
पाकिस्तान को जवाब देने की हिम्मत नहीं
दूसरे स्थानीय नागरिक का कहना था, "जैसे ही हमने खाना खाया, हमें धमाकों की आवाज सुनाई दी। सुबह 4:30 बजे फिर से धमाके हुए, लेकिन हमारी सेना ने उन्हें नाकाम कर दिया।" इस नागरिक ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा, "हमें किसी प्रकार की चिंता नहीं है क्योंकि हमारे सुरक्षा बल हमेशा अलर्ट रहते हैं। पाकिस्तान की सेना हमारी सेना से लड़ने की हिम्मत नहीं रखती। वे बस अपनी हिम्मत हार चुके हैं और अब केवल हमारे नागरिकों पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं, जो कायरता के अलावा कुछ नहीं है।"
यह बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि जम्मू-कश्मीर के नागरिकों में पाकिस्तान के हमलों के बावजूद आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं है। उनका मानना है कि पाकिस्तान का आतंकवाद और हमले सिर्फ इसलिए हैं क्योंकि वे भारतीय सेना का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं हैं।
भगवती वैष्णो देवी का संदर्भ
तीसरे नागरिक ने बताया, "कल रात करीब 8 बजे हमने 3-4 ड्रोन देखे, इसके बाद जवाबी फायरिंग की गई, जो पूरी रात जारी रही। पाकिस्तान ने जो हरकत की है, वह बिल्कुल गलत है, लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं हैं।" यह शख्स आगे कहता है, "भगवती वैष्णो देवी जम्मू में हैं, इसलिए हमें डरने की कोई वजह नहीं है। हमारी रक्षा के लिए माता रानी की कृपा हम पर बनी रहती है।"
यह प्रतिक्रिया यह बताती है कि जम्मू-कश्मीर के लोग न केवल अपनी सेना पर विश्वास करते हैं, बल्कि धार्मिक आस्था भी उनके आत्मविश्वास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भगवती वैष्णो देवी की पूजा और आस्था से यह लोग मानसिक रूप से मजबूत रहते हैं और किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमलों से डरने का नाम नहीं लेते।
नागरिकों का सेना पर गर्व
विभिन्न नागरिकों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान द्वारा नागरिकों पर हमले करने की कोई वैधता नहीं है। "नागरिकों पर हमला करना कायरता के अलावा और कुछ नहीं है। पाकिस्तान की सेना हमारी सेना से लड़ने की हिम्मत नहीं रखती।" उन्होंने यह भी कहा, "हमें हमारी सेना पर गर्व है, क्योंकि वह हमारी सुरक्षा को सुनिश्चित करती है और पाकिस्तान को हर बार मुंहतोड़ जवाब देती है।"
इन सभी प्रतिक्रियाओं से यह साफ है कि जम्मू-कश्मीर के लोग पाकिस्तान के हमलों से डरे हुए नहीं हैं। वे अपनी सेना और सरकार पर पूरा भरोसा करते हैं और जानते हैं कि उनका सुरक्षा तंत्र हर परिस्थिति में उनकी रक्षा करने में सक्षम है।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर के नागरिकों की प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि पाकिस्तान के द्वारा किए गए हमलों से उनके आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं आई है। वे अपनी सेना पर पूरी तरह से विश्वास रखते हैं और जानते हैं कि सुरक्षा बलों की कार्यवाही के चलते वे सुरक्षित रहेंगे। पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता भारतीय सेना में है, और जम्मू-कश्मीर के नागरिकों का भरोसा यही दर्शाता है कि वे किसी भी प्रकार की स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।